सेवानिवृत्त शिक्षक, अप्पादासु, अपनी पत्नी बुच्ची के साथ एक गांव में रहते हैं. उनके बच्चे विदेश में रहने के बावजूद वे बिना किसी असुरक्षा या अकेलेपन के एक खुशहाल और आनंदमय जीवन जीते हैं.सेवानिवृत्त शिक्षक, अप्पादासु, अपनी पत्नी बुच्ची के साथ एक गांव में रहते हैं. उनके बच्चे विदेश में रहने के बावजूद वे बिना किसी असुरक्षा या अकेलेपन के एक खुशहाल और आनंदमय जीवन जीते हैं.सेवानिवृत्त शिक्षक, अप्पादासु, अपनी पत्नी बुच्ची के साथ एक गांव में रहते हैं. उनके बच्चे विदेश में रहने के बावजूद वे बिना किसी असुरक्षा या अकेलेपन के एक खुशहाल और आनंदमय जीवन जीते हैं.