कोई कैसे एक ऐसे प्रति द्वंद्वी को हरा सकता है, जिसे पहले से ही उसके अगले कदम का पता चल जाता है.कोई कैसे एक ऐसे प्रति द्वंद्वी को हरा सकता है, जिसे पहले से ही उसके अगले कदम का पता चल जाता है.कोई कैसे एक ऐसे प्रति द्वंद्वी को हरा सकता है, जिसे पहले से ही उसके अगले कदम का पता चल जाता है.