जब अत्याचारी ज़मींदार ठाकुर सिंह जीवा की मां पर वार करता है, तब जीवा अपनी मां को बचाता है. लेकिन दुर्भाग्य से उसे गांव से बाहर निकाल दिया जाता है. कुछ समय बाद जब जीवा की मां की मौत हो जाती ह... सभी पढ़ेंजब अत्याचारी ज़मींदार ठाकुर सिंह जीवा की मां पर वार करता है, तब जीवा अपनी मां को बचाता है. लेकिन दुर्भाग्य से उसे गांव से बाहर निकाल दिया जाता है. कुछ समय बाद जब जीवा की मां की मौत हो जाती है, तब वो एक डकैत बनकर ठाकुर से बदला लेता है.जब अत्याचारी ज़मींदार ठाकुर सिंह जीवा की मां पर वार करता है, तब जीवा अपनी मां को बचाता है. लेकिन दुर्भाग्य से उसे गांव से बाहर निकाल दिया जाता है. कुछ समय बाद जब जीवा की मां की मौत हो जाती है, तब वो एक डकैत बनकर ठाकुर से बदला लेता है.