हक़ से सिंगल में, जाकिर खान खुद के #सख्तलौंडा बनने के सफ़र के बारे में बताता है। वो बंदा जो उपेक्षा, प्यार, दिल के दौरे और जवानी से बच गया –जो सिंगल है और उसे उस पर गर्व है।हक़ से सिंगल में, जाकिर खान खुद के #सख्तलौंडा बनने के सफ़र के बारे में बताता है। वो बंदा जो उपेक्षा, प्यार, दिल के दौरे और जवानी से बच गया –जो सिंगल है और उसे उस पर गर्व है।हक़ से सिंगल में, जाकिर खान खुद के #सख्तलौंडा बनने के सफ़र के बारे में बताता है। वो बंदा जो उपेक्षा, प्यार, दिल के दौरे और जवानी से बच गया –जो सिंगल है और उसे उस पर गर्व है।